डेयरी संचालन की व्यवस्था में कमलेश को पकडाई तरक्की की रफ्तार

डेयरी संचालन की व्यवस्था में कमलेश को पकडाई तरक्की की रफ्तार 
भिण्ड 30 जून 2018/ राज्य सरकार के माध्यम से संचालित की जा रही मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना के माध्यम से अनुसूचित जनजाति वर्ग के अंतिम छोर तक के व्यक्तियों को लाभान्वित किया जा रहा है। इस योजना के माध्यम से गोरमी नगरीय निकाय के निवासी श्री कमलेश जाटव पुत्र श्री प्रेमसिंह आर्थिक दिशा की ओर अग्रसर होते हुए तरक्की की रफ्तार पकड रहे है। 
जिले की  नगरीय निकाय गोरमी के निर्धन कृषि मजदूर श्री कमलेश जाटव पुत्र श्री प्रेमसिंह मजदूरी के लिए इधर-उधर भटक रहा था। तभी समाचार पत्रों से पता चला कि मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना के अन्तर्गत भैंस पालन-दूध डेयरी के लिए ऋण लेकर तरक्की की राह पकडी जा सकती है। कमलेश जाटव ने जिला अंत्यावसायी सहकारी विकास समिति के कार्यालय भिण्ड में पहुंचकर भैंस पालन व्यावसाय के लिए आवेदन प्रस्तुत किया। 
गोरमी के निवासी श्री कमलेश जाटव के आवेदन को चयन समिति द्वारा स्वीकृति दी जाकर ऋण संबंधी सभी औपचारिकतायें पूर्णकर ऋण 1000000/- स्वीकृति की गई। तत्पश्चात कार्यपालन अधिकारी जिला अन्त्यावसायी सहकारी विकास समिति ने 200000/- (दो लाख मात्र) राषि का चैक बैंकषाखा को हितग्राही के ऋण खाते में समायोजित करने हेतु भेजा तथा 5ः ब्याज अनुदान समायोजन की अनुशंसा की।  
बैंक ने राषि ऋण खातें में समायोजित कर हितग्राही को भैंस क्रय करने, अन्य सामाग्री लेने हेतु प्रथम किष्त 5.00 लाख का भुगतान किया। हितग्राही द्वारा अच्छी नस्ल की पांच भैंसे शहर से क्रय की जिसका बीमा व अन्य दस्तावेजों की प्रति बैंक को भी दी। तत्पष्चात बैंक ने दूसरी किष्त के रुप में 5.00 लाख का चैक हितग्राही को दिया जिससे हितग्राही ने भैंसों के लिये एक बाडे का निर्माण कराया तथा भैंसों के खाने हेतु दाना, भूसा, चरी व अन्य खाद्य सामाग्री खरीदी तथा डेयरी संचालन में काम आने वाले समस्त उपकरण शहर से क्रय कर गांव में ही भैंस पालन सह डेयरी संचालन का व्यावसाय शुरु किया।
इस व्यावसाय से हितग्राही श्री कमलेश जाटव को पांच भैंसो से कुल 40-50 लीटर दूध प्रतिदिन प्राप्त कर शहर के विभिन्न व्यवसायिक प्रतिष्ठानों, मिष्ठान दुकानों एवं होटलों में वितरित किया जाता है। श्री कमलेश अब प्रतिमाह 25000/- से 30000/- तक आमदनी हो रही है। साथ ही वह बच्चों को शहरी क्षेत्र के स्कूल में पढाने में सक्षम बन गया है। 
गोरमी निवासी श्री कमलेश जाटव ने बताया कि मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना के कारण ही मेरे जीवन स्तर में सुधार आया है। साथ ही मैं भैंस डेयरी पालन के व्यवसाय से डेयरी संचालन में सक्षम बन गया हूॅं। 
मुख्यमंत्री स्वरोगार योजना के अन्तर्गत मेरे सार्थियों को भी कलेक्टर श्री आशीष कुमार गुप्ता द्वारा जनसुनवाई में समझाईस दी जाकर डेयरी व्यावसाय का लाभ लेने की सलाह दी गई है। इस योजना से लाभ प्राप्त करने के लिए मैं और मेरा परिवार मध्यप्रदेश सरकार और जिला प्रशासन का आभारी हूॅ। 

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